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Thursday, August 31, 2017

मासूम मोहब्बत part 3



स्कूल पहुँच कर अभी बहुत खुश था । उसकी नजरे अब हर तरफ सिर्फ शिवि को ढूंढ रही थी । स्कूल के गेट से लेकर क्लास में पहुँचने तक उसने दिमाग में सिर्फ यही चल रहा था की वो शिवि से आज क्या कहेगा क्या पूछेगा और शिवि क्या जवाब देगी उसकी बातो का। क्या शिवि भी उससे दूर होकर इतनी ही बेचैन होगी जितना वो हुआ है । उससे दूर होकर । क्या शिवि भी इतनी खुश होगी उससे मिलकर जितना वो होगा ।
और यही सब सोचते हुए आखिर वो अपनी क्लास तक पहुँच ही गया
अब वो क्लास में अपनी बंच बैठकर शिवि के आने का इंतेजार करने लगा ।
कुछ समय बीत गया पर शिवि नहीं आई
पर अभी की नजरे अब भी क्लास रूम के गेट पर टिकी थी उसे भरोसा था की शिवि जरुर आयेगी ।
पर शिवि नहीं आई कुछ समय बाद क्लास में सर आये और सब पढ़ाई में लग गए ।
अब अभी ने हार मान ली थी । उसे न चाहते हुए भी विश्वास करना पड़ा की शिवि नही आयी ।
आज स्कूल में अभी का एक एक पल बहुत मुश्किल से बीत रहा था । वो तो अब बस अब सोच रहा था की कब स्कूल की छुट्टी हो और वो घर जाये ।
लंच टाइम हुआ पर अभी फिर भी शिवि के बारे में ही सोच सोच कर परेशान हो रहा था । उसने अपना टिफ़िन निकला खोला पर पर बिना कुछ खाए ही वापस बैग में रख लिया ।
अरे तू आज लंच नहीं करेगा अभी । अभी के दोस्त समीर ने पूछा ।
नहीं यर बस मन नहीं कर रहा-अभी ने कुछ परेशान भाव से कहा ।
समीर- क्या हुआ अभी बहुत दिन से देख रहा हु तू कुछ परशान है । घर कुछ प्रोब्लम है क्या ? बता न।
अभी- नहीं यार घर पर सब ठीक है कोई प्रोब्लम नहीं है ।
समीर- तो तुझे क्या हुआ है? कुछ दिन स्कूल भी नहीं आया तू बता न अगर कोई बात है तो ।
अभी- नहीं यार वो बस ऐसे ही स्कूल आने का मन नहीं था तो ।
समीर - तेरा स्कूल आने का मन नहीं था ये कैसे हो गया तू तो हमेशा बोलता था की घर पर मन नहीं लगता । कोई बात तो है सुबह तो तू इतना खुश लग रहा था । और तो और आज बारिश में भी तू स्कूल आया । हो क्या गया है तुझे
अभी– कुछ देर खमोश रहा
तभी समीर उठ कर जाने लगा ।
अभी ने उसका हाथ पकड़ कर उसे रोका
अभी – रोक न सुन तो सही
समीर– मै तो इतनी देर से पूछ रहा हू तू बताये तो न । बता अब क्या हुआ
अभी– वो मै वो
समीर – क्या हुआ वो मै वो क्या कर रहा है बता भी
अभी – यार मै शिवि की वजह से परेशान हू
पता नहीं वो कहा चली गई वो भी मुझे बिना बताये । आज वापस आने वाली थी पर आई ही नहीं ।
समीर – क्या तू शिवि की वजह से परशान है पर क्यों
अभी – क्योंकि वो मेरी फ्रेंड है और मुझे बिना बताये जाने कहा चली गई और मेरा फ़ोन भी नहीं उठा रही
समीर– वो तेरी फ्रेंड ही है या उससे कुछ जादा
अभी– वो सिर्फ मेरी फ्रेंड है । तू फालतू बात मत कर
समीर– तो तू अपनी फ्रेंड के लिए परेशान है अच्छा तो एक बात बता फ्रेंड तो और भी तेरे । उनके लिए तो तू कभी परेशान नहीं
हुआ । उनके कही आने जाने की तूने कभी परवा नहीं करी । यहाँ तक की कभी पूछा तक नहीं की । की वो कहा है और कहा नहीं । पर तू कभी परवाह नहीं करता लोगो की ।
तो अब क्या हो गया है तुझे ।
अभी– मुझे नहीं पता तू क्या कह रहा है। पर मुझे अब उसके बिना कुछ अच्छा नहीं लगता है ।
शायद वो पहली लड़की जिसने मुझे बदल के रख दिया है ।
समीर – वही तो मै कह रहा हु अभी ये जो तेरी चेहरे पर ख़ुशी थी सुबह उसके इंतेजार की और फिर कुछ देर बाद गम उसके न आने का । उसे देख कर नहीं लगता ये सिर्फ दोस्ती है । दोस्ती जिंदगी में ख़ुशी लाती है पर प्यार जिंदगी में ख़ुशी के साथ बदलाव भी लाता है । और तेरी जिंदगी में जो बदलाव है उसे देख कर तो यही लगता है । की वो तेरी दोस्त नहीं बल्कि तेरा ..........

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